कर्म बड़ा या भाग्य ?
एक बार नारद जी बैकुंठ धाम गये। वहाँ नारद जी ने भगवान विष्णु को प्रणाम किया। नारद जी ने उन्हें कहा की, हे प्रभु पृथ्वी पर अब आपका प्रभाव कम हो रहा है। धर्म की राह पर चलने वालो को कोई अच्छा फल नहीं मिल रहा है। जो पाप कर रहे हैं उनका भला हो … Read more